त्रिदेवी (त्रिदेवी) हिंदू धर्म में एक अवधारणा है जो त्रिमूर्ति (महान त्रिमूर्ति) के तीन संघों का संयोजन करती है, जो हिंदू देवी-देवताओं: सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती या दुर्गा के रूपों द्वारा व्यक्त की जाती हैं। वे शक्तिवाद में सर्वोच्च पराशक्ति, सर्वोच्च परमात्मा और दिव्य माँ की अभिव्यक्तियाँ हैं।
सरस्वती:
सरस्वती विद्या और कला की देवी हैं, सांस्कृतिक पूर्ति (ब्रह्मा के रचयिता हैं)। वह लौकिक बुद्धि, लौकिक चेतना और लौकिक ज्ञान है।
लक्ष्मी:
लक्ष्मी धन और उर्वरता, भौतिक पूर्ति (विष्णु का पालनकर्ता या संरक्षक) की देवी हैं। हालांकि, वह सोने, मवेशियों आदि की तरह केवल भौतिक संपत्ति का संकेत नहीं देती है, सभी प्रकार की समृद्धि, महिमा, भव्यता, खुशी, अतिशयोक्ति, या महानता लक्ष्मी के अधीन आती है।
पार्वती या दुर्गा:
पार्वती / महाकाली (या उनके दानव-युद्धक पहलू दुर्गा में) शक्ति और प्रेम की देवी, आध्यात्मिक पूर्ति (शिव का संहारक या ट्रांसफार्मर)। वह देवत्व की परिवर्तनकारी शक्ति का भी चित्रण करती है, वह शक्ति जो अनेकता में एकता को भंग करती है।
क्रेडिट:
छवि असली कलाकारों को श्रेय देती है। Hindu FAQ में किसी भी चित्र के स्वामी नहीं हैं।